अगला वनडे वर्ल्ड कप अभी दो साल दूर है, लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन जल्द ही इस बड़े टूर्नामेंट की योजना बनाना शुरू कर देगा।
रोहित शर्मा ने यह साफ कर दिया है कि वह फिलहाल वनडे क्रिकेट से संन्यास नहीं ले रहे हैं। और उन्होंने यह अधिकार भी हासिल कर लिया है, क्योंकि उन्होंने 10 महीनों में भारत को दूसरा आईसीसी खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई है। वह सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी के बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं।
37 वर्षीय रोहित शर्मा ने ग्रुप स्टेज और सेमीफाइनल में कोई बड़ी पारी नहीं खेली थी, लेकिन उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन फाइनल के लिए बचाकर रखा था। दुबई की मुश्किल पिच पर खेली गई तेजतर्रार अर्धशतकीय पारी भारत की चार विकेट की जीत की नींव बनी।
फाइनल में दमदार प्रदर्शन और मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड

रोहित शर्मा ने 83 गेंदों में 76 रनों की शानदार पारी खेली, जिसकी बदौलत भारत ने 49 ओवरों में 252 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। उनकी इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
भारतीय टीम और अपने परिवार के साथ जीत का जश्न मनाने के बाद, 273 वनडे मैचों का अनुभव रखने वाले रोहित शर्मा ने अपने भविष्य को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए साफ कह दिया कि वह अभी संन्यास नहीं ले रहे हैं।
योगराज सिंह ने रोहित-विराट को लेकर दिया बड़ा बयान
पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह ने इस मौके पर कहा,”सबसे अच्छी बात यह रही कि रोहित शर्मा ने कहा कि वह संन्यास नहीं ले रहे। शाबाश, मेरे बेटे! कोई भी रोहित और विराट को संन्यास के लिए मजबूर नहीं कर सकता। उन्हें 2027 वनडे वर्ल्ड कप जीतने के बाद ही संन्यास के बारे में सोचना चाहिए। मैंने पहले ही कह दिया था कि भारत यह ट्रॉफी जीतेगा।”जब अगला वनडे वर्ल्ड कप शुरू होगा, तब रोहित 40 साल के हो चुके होंगे और विराट कोहली 39 के करीब होंगे।
रोहित का भविष्य को लेकर बड़ा बयान
हालांकि, रोहित फिलहाल ज्यादा आगे की नहीं सोच रहे और सिर्फ अपने खेल और मानसिकता पर ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने JioHotstar पर कहा
अभी मैं चीजों को जैसे हैं, वैसे ही ले रहा हूं। मेरे लिए यह सही नहीं होगा कि मैं बहुत आगे की सोचूं। इस समय मेरा पूरा ध्यान अच्छा खेलने और सही मानसिकता बनाए रखने पर है।”उन्होंने आगे कहा,”मैं कोई रेखा नहीं खींचना चाहता और यह नहीं कह सकता कि मैं 2027 वर्ल्ड कप खेलूंगा या नहीं। अभी इस तरह के बयान देने का कोई फायदा नहीं है।”